ये देश था वीर जवानों का, अब देश मैं वीर जवान कहा?
चलती थी गोली सीने पर, वो वीर पुत्र अब रहे कहा,
वो वीर पुरुष अब रहे कहा, गोली झेली थी सीने पर,
भारत माता के बेटे थे, मर गए माँ की इज्ज़त पर,
माँ बहने जिन की इज्ज़त थी वो बेटे-भाई रहे कहा,
दूसरों के लिए जीते-मरते थे, महान पुत्र अब रहे कहा,
खुद की क़ुरबानी देते थे, भारत माता के वीर यहाँ,
यादे भी अब नहीं रही उन, वीर जवानों की यहाँ,
खून की नदिया बहती थी, उस मैं वो तैरा करते थे,
दहशत से नहीं डरते थे, वो भारत माँ पर मरते थे,
ना हिन्दू थे न मुस्लिम थे वो भारत माँ के बच्चे थे,
अपनी हिम्मत और वादों के वो बच्चे बिलकुल पक्के थे,
अब के वीरो को देखो, कोई यहाँ पड़ा कोई वहा पड़ा,
पीते है दारू इंग्लिश की, देश इन के कदमो मैं पड़ा,
अब जो वीर यहाँ है, डर जाते है वो गोली से,
उन वीरो के दिल पूछो होली खेली है गोली से,
माँ के बेटे तो वो सच्चे थे अपने इरादे के पक्के थे,
दुश्मन भी थराते थे, तोपों से वो लड़ जाते थे,
वो वीर पुत्र अब रहे कहा, भारत के बेटे रहे कहा.
ये देश था वीर जवानों का, वो माँ के बेटे रहे कहा......
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Monday, 18 November 2013
अब देश मैं वीर जवान कहा?
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