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Thursday, 29 September 2016

सही उत्तर मैं तभी दे पाऊंगा जब रिपोर्ट देखूगा

एक नवयुवक आईएएस का इंटरव्यू देने गया।
उससे पूछा गया
भारत को आजा़दी कब मिली?
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उसने कहा "प्रयास तो काफी पहले शुरू हो गए थे पर
सफलता 1947 में मिली।"
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फिर उससे पूछा गया, "हमें आजा़दी दिलाने में
महत्वपूर्ण भुमिका किसने निभाई ?"
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वह बोला, "इसमें कई लोगों का योगदान रहा,
किसका नाम बताऊं?
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यदि किसी एक का नाम लेता हूं तो अन्य के साथ
अन्याय होगा।"
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"क्या भ्रष्टाचार हमारे देश का सबसे बड़ा दुश्मन है?"
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"इस बारे में शोध चल रहा है।
सही उत्तर मैं तभी दे पाऊंगा जब रिपोर्ट देख लूं।"
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इंटरव्यू बोर्ड इस नवयुवक के ओरिजनल उत्तरों से
बेहद खुश हुआ।
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उन्होंने नवयुवक को जाने को कहा, पर यह हिदायत
दी कि वह बाहर बैठे अन्य उम्मीदवारों को ये प्रश्न
न बताए क्योंकि वे यही प्रश्न उनसे भी पूछेंगे।
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जब नवयुवक बाहर आया तो अन्य उम्मीदवारों ने उससे
पूछा कि उससे क्या प्रश्न पूछे गए हैं।
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इसने बताने से इन्कार कर दिया।
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तब संता जी ने कहा कि यदि प्रश्न नहीं बता सकते तो
उत्तर ही बता दो। तब
नवयुवक ने चुपके से सिर्फ संता जी को उत्तर बता दिए।
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अब संता गया इंटरव्यू देने।
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इंटरव्यू बोर्ड ने उससे पूछा
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"आपकी जन्मतिथि क्या है?"
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संता-" प्रयास तो काफी पहले शुरू हो गए थे पर सफलता
1947 में मिली।
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इंटरव्यू बोर्ड वाले कन्फ्यूज हो गए। उन्होंने अगला
प्रश्न दागा,
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"आपके पिताजी का नाम क्या है?"
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संता  "इसमें कई लोगों का योगदान रहा, किसका नाम
बताऊं? यदि किसी एक का नाम लेता हूं तो अन्य के
साथ अन्याय होगा।"
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बोर्ड वाले हक्के बक्के रह गए। उन्होंने कहा,
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"क्या तुम पागल हो गए हो?"
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संता -"इस बारे में शोध चल रहा है।
सही उत्तर मैं तभी दे पाऊंगा जब रिपोर्ट देखूगा।।।।

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