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Friday 31 May 2019

👉👉पोखरण परमाणु परीक्षण👌👌

👉* भारत ने अपना पहला परमाणु परीक्षण 18 मई 1974 को पोखरण में किया था
👉* 1974 के परमाणु परीक्षण को स्माइलिंग बुद्धा का नाम दिया गया था
👉* पोखरण में ही भारत ने अपना दूसरा परमाणु परीक्षण 11 से 13 मई के बीच 1998 में किया था
👉* 1998 के परमाणु परीक्षण के बाद भारत दुनिया का छठवां परमाणु संपन्न देश बना
👉* भारत ने अपने परमाणु परीक्षण में अमेरिका की खुफिया एजेंसी CIA को भी चकमा दे दिया था CIA ने 4 सेटेलाइट के माध्यम से भारत पर नजर बनाए हुए था
👉* भारत के वैज्ञानिक इस परीक्षण के लिए एक दूसरे से कोड भाषा में बात करते थे और एक दूसरे को झूटे नाम से बुलाते थे
👉* इस परीक्षण के लिए वैज्ञानिक सेना की वर्दी पहने हुए थे ताकि खुफिया एजेंसी को लगे कि सेना के जवान ड्यूटी दे रहे हैं
👉* 10 मई की रात को योजना को अंतिम रूप देते हुए ऑपरेशन को 'ऑपरेशन शक्ति' नाम दिया गया
👉* तड़के करीब 3 बजे परमाणु बमों को सेना के 4 ट्रकों के जरिए ट्रांसफर किया गया। इससे पहले इसे मुंबई से भारतीय वायु सेना के प्लेन से जैसलमेर बेस लाया गया था
👉* परीक्षण के लिए पोकरण को ही चुना गया था क्योंकि यहां मानव बस्ती बहुत दूर थी। आपको बता दें कि जैसलमेर से 110 किमी दूर जैसलमेर-जोधपुर मार्ग पर पोकरण एक प्रमुख कस्बा है
👉* वैज्ञानिकों ने इस मिशन को पूरा करने के लिए रेगिस्तान में बड़े कुएं खोदे और इनमें परमाणु बम रखे गए। कुओं पर बालू के पहाड़ बनाए गए जिन पर मोटे-मोटे तार निकले हुए थे
👉* धमाके से आसमान में धुएं का गुबार उठा और विस्फोट की जगह पर एक बड़ा गड्ढा बन गया था। इससे कुछ दूरी पर खड़ा 20 वैज्ञानिकों का समूह पूरे घटनाक्रम पर नजर रखे हुए था
👉* परीक्षण के कारण हल्का भूकंप महसूस किया गया
👉* पोकरण परीक्षण रेंज पर 5 परमाणु बम के परीक्षणों से भारत पहला ऐसा परमाणु शक्ति संपन्न देश बन गया, जिसने परमाणु अप्रसार संधि पर हस्ताक्षर नहीं किए थे
👉* परीक्षण के बाद वाजपेयी ने ऐलान किया, 'आज, 15.45 बजे भारत ने पोकरण रेंज में अंडरग्राउड न्यूक्लियर टेस्ट किया'। वह खुद धमाके वाली जगह पर गए थे। कलाम ने टेस्ट के सफल होने की घोषणा की थी
👉* कलाम ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उस समय भारत पर अंतरराष्ट्रीय दबाव काफी ज्यादा था लेकिन तत्कालीन पीएम वाजपेयी ने तय किया था कि वह आगे बढ़कर परीक्षण करेंगे
👉* भारत के इन परमाणु परीक्षणों की सफलता से दुनियाभर में भारत की धाक जम गई। केंद्र में वाजपेयी की सरकार बने सिर्फ तीन महीने हुए थे और हर कोई इस बात से हैरान था कि इतनी जल्दी वाजपेयी ने इतना बड़ा कदम कैसे उठा लिया
👉* वाजपेयी ने यह भी कहा था कि हम पहले परमाणु हथियारों का इस्तेमाल नहीं करेंगे। जिन देशों के पास परमाणु हथियार नहीं हैं, भारत उनके खिलाफ इन हथियारों का इस्तेमाल कभी नहीं करेगा
👉* भारत के इस परीक्षण को सिर्फ एकमात्र देश इजराइल ने समर्थन दिया था
👉* 11 मई के परीक्षण के कारण हर वर्ष इस दिन राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस मनाया जाता है

Tuesday 28 May 2019

हिंदी में क्या कहते हैं?

कैलकुलेटर (Calculator) को हिंदी में क्या कहते हैं? — गणक या परिकलक
कैलेंडर (Calendar) को हिंदी में क्या कहते हैं? — तिथि-पत्र, पंचांग
कैमरा (Camera) को हिंदी में क्या कहते हैं? — प्रतिबिम्ब पेटी
कॉलेज (College) को हिंदी में क्या कहते हैं? — महाविद्यालय
कोचिंग (Coaching) को हिंदी में क्या कहते हैं? — प्रशिक्षण केंद्र
क्रिकेट (Cricket) को हिंदी में क्या कहते हैं? — गोल गट्टम लकड़ बग्घम दे दना दन प्रतियोगिता
जैकेट (Jacket) को हिंदी में क्या कहते हैं? — फतुई
टाई (Tie) को हिंदी में क्या कहते हैं? — कंठ लंगोटी
नर्स (Nurse) को हिंदी में क्या कहते हैं? — उपचारिका
पासवर्ड (Password) को हिंदी में क्या कहते हैं? — कूट शब्द
पुलिस (Police) को हिंदी में क्या कहते हैं? — जनरक्षक
पेंसिल (Pencil) को हिंदी में क्या कहते हैं? — कूँची, कागजी या लेखनी
पेट्रोल (Petrol) से हिंदी में क्या कहते हैं? — शिलातैल, ध्रुव स्वर्ण
एक्टिविटी (Activity) को हिंदी में क्या कहते हैं? — गतिविधियाँ
एयर होस्टेस (Air Hostess) को हिंदी में क्या कहते हैं? — विमान परिचारिका
एसएससी (SSC) को हिंदी में क्या कहते हैं? — संयुक्त स्नातक स्तरीय
ऑक्टोपस (Octopus) को हिंदी में क्या कहते हैं? — अष्टभुजी
ऑक्यूपेशन (Occupation) का हिंदी में क्या कहते हैं? — व्यावसायिक
ऑक्सीजन (Oxygen) को हिंदी में क्या कहते हैं? — हवा में मौजूद एक रंगहीन गैस
ऑपरेशन (Operation) को हिंदी में क्या कहते हैं? — शल्यचिकित्सा
ऑरेंज (Orange) को हिंदी में क्या कहते हैं? — नारंगी फल
ऑलवेज (Always) को हिंदी में क्या कहते हैं? — हमेशा सदा
कंप्यूटर (Computer) को हिंदी में क्या कहते हैं? — संगणक यन्त्र
कफन (kaphan) को हिंदी में क्या कहते हैं? — शववस्त्र
कलेक्टर (Collector) को हिंदी में क्या कहते हैं? — जनपद का मुख्याधिकारी
कलौंजी (Kalaunje) को हिंदी में क्या कहते हैं? — एक मसाला
किडनी (Kidney) को हिंदी में क्या कहते हैं? — गुर्दा, वृक्क
कीबोर्ड (Keyboard) को हिंदी में क्या कहते हैं? — कुंजी-पटल
कीवी फ्रूट (Kiwi fruit) को हिंदी में क्या कहते हैं? — कीवी फल

Sunday 26 May 2019

विश्व के प्रमुख भौगोलिक उपनाम

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❍ हर्मिट किंगडम - कोरिया

❍ लैंड ऑफ मॉर्निंग काम - कोरिया

❍ लैंड ऑफ द गोल्डेन फ्लीस - ऑस्ट्रेलिया

❍ लैंड ऑफ कंगारू - ऑस्ट्रेलिया

❍ लैंड ऑफ गोल्डेन वूल - ऑस्ट्रेलिया

❍ लैंड ऑफ थाउजेंड लेक्स - फिनलैंड

❍ लैंड ऑफ मिडनाइट सन - नार्वे

❍ भूमध्य सागर का द्वार - जिब्राल्टर

❍ होली लैंड - जेरूसलम (इजराइल)

❍ ग्रेनाइट सिटी - एवरडीन (स्कॉटलैंड)

❍ एम्राल्ड द्वीप - आयरलैंड

❍ नील नदी की देन - मिस्र

❍ एम्पायर सिटी - न्यूयॉर्क

❍ क्वीन ऑफ एड्रियाटिक - वेनिस (इटली)

❍ पूर्व का वेनिस/ अरब की रानी - कोच्ची (भारत)

❍ प्लेग्राउंड ऑफ यूरोप - स्विट्जरलैंड

❍ सूर्योदय का देश - जापान

❍ लौंड ऑफ थंडरबोल्ट - भूटान

❍ सफेद हाथियों का देश - थाईलैंड

❍ सात पहाड़ियों का नगर - रोम

❍ पोप का शहर - रोम

❍ प्राचीन विश्व की साम्रज्ञी - रोम

❍ पश्चिम का बेबीलोन - रोम

❍ ईटरनल सिटी (होली सिटी) - रोम

❍ एंटीलीज का मोती - क्यूबा

❍ शुगर बाऊल ऑफ द वर्ल्ड - क्यूबा

❍ गगनचुंबी इमारतों का नगर - न्यूयॉर्क

❍ पर्ल ऑफ दी आरियंट - सिंगापुर

❍ चीन का शोक - ह्वांगहो नदी (पीली नदी)

❍ निरंतर बहने वाले झरनों का शहर - क्विटो (इक्वेडोर)

❍ लैंड ऑफ दी थाउजैंड ऐलीफैंट्स - लाओस

❍ लिली का देश - कनाडा

❍ नेवर-नेवर लैंड - प्रेयरीज ऑफ नार्थ

❍ हैरिंग पोंड - एटलांटिक महासागर

❍ संसार की छत - पामीर का पठार

❍ वेनिस ऑफ दी वर्ल्ड - स्टॉकहोम (स्वीडन)

❍ गोरों की क्रब - गिनी तट (द. अफ्रीका)

❍ लैंड ऑफ कक्स - स्कॉटलैंड

❍ कॉकपिट ऑफ यूरोप - बेल्जियम

❍ सिटी ऑफ गोल्डेन गेट - सेन फ्रांसिस्को (यूएसए)

❍ दक्षिण का ब्रिटेन - न्यूजीलैंड

❍ अंध महाद्वीप - अफ्रीका

❍ स्वर्णिम पैगोडा का देश - म्यांमार

❍ संसार का रोटी भंडार - प्रेयरीज ऑफ नार्थ अमेरिका

❍ संसार का निर्जनतम द्वीप - त्रिस्तान डी कुन्हा

❍ सात टापुओं का नगर - मुंबई (भारत)

❍ पूर्व का मैनचेस्टर - ओसाका (जापान)

❍ फॉरबिडन सिटी - ल्हासा (तिब्बत)

❍ इंग्लैंड का बगीचा - केंट

❍ भारत का बगीचा - बंगलौर (भारत)

❍ मोतियों का द्वीप - बहरीन

❍ यूरोप के बारूद का पीपा - बाल्कन

❍ लैंड ऑफ सैटिंग सन - ब्रिटेन

❍ श्वेत नहर - बेलग्रेड (यूगोस्लाविया)

❍ भारत का मसालों का बगीचा - केरल

❍ विश्व की जन्नत - पेरिस

❍ एशिया का पेरिस - थाईलैंड

❍ आइलैंड ऑफ क्लोब्ज - जंजीवार (तंजानिया)

❍ गार्डन प्रोविन्स ऑफ साउथ अफ्रीका - नेटाल

❍ पिलर्स ऑफ हरक्युलिस - स्ट्रेट्स ऑफ जिब्राल्टर

❍ पवन चक्कियों की भूमि - नीदरलैंड

❍ हिंद महासागर का मोती /पूर्व का मोती - श्रीलंका
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● भूमध्य रेखा के उत्तर या दक्षिण में किसी स्थान पर दी गई कोणीय दूरी क्या कहलाती है— अक्षांश

● ‘ट्रॉपिक ऑफ कैंसर’ क्या है— 23 1/2° उत्तरी अंक्षाश रेखा

● धरातल पर 1° अक्षांश की दूरी कितने किमी के तुल्य होती है— 111 किमी

● भूमध्य रेखा के अतिरिक्त कौन-सी अक्षांश रेखा पृथ्वी को दो बराबर अक्षांश वृत कहाँ से होकर जाती है— मालागासी

● वह काल्पनिक रेखा जो पृथ्वी को दो भागों में बाँटती है, क्या कहलाती है— भूमध्य रेखा

● 66 1/2° दक्षिणी अक्षांश वृत कहाँ से होकर जाती है— मालागासी

● वह काल्पनिक रेखा जो भूमध्य रेखा को समकोण पर काटती हे, क्या कहलाती है— देशांतर

● दो देशांतर रेखाओं के बीच की दूरी को किस नाम से जाना जाता है— गोरे

● एक देशांतर से दूसरे देशांतर के बीच कितना समयांतराल होता है— 4 मिनट

● किस अक्षांश रेखा पर रात व दिन समान होते हैं— भूमध्य रेखा पर

● 1° देशांतर की सबसे अधिक दूरी कहाँ होती है— विषुवत रेखा पर

● कुल अक्षांशों की संख्या कितनी है— 180

● कुल देशांतरों की संख्या कितनी है— 360

● विषुवत रेखा के समानांतर कल्पित रेखाओं को क्या कहते हैं— अक्षांश रेखा

● पृथ्वी के उत्तरी व दक्षिणी ध्रुव को मिलाने वाली रेखा क्या कहलाती है— देशांतर रेखा

● प्रधान मध्यान्ह रेखा किस स्थान से होकर गुजरती है— ग्रीनविच

● ग्रीनविच रेखा क्या है— 0° देशांतर

● पृथ्वी 1 घंटे में कितने देशांतर घूम लेती है— 15°

● दक्षिणी ध्रुव का अक्षांश क्या है— 90°

● दो स्थानों के देशांतर में 1° का अन्तर होने पर उनके समय में कितना अन्तर होगा— 4 मिनट

● विश्व का कौन-सा नगर भूमध्य रेखा के सबसे निकट है— सिंगापुर

● देशांतर रेखाएँ किस दिशा में किस दिशा में खींची जाती है— उत्तर दिशा से दक्षिण दिशा में

● भूमध्य रेखा की ओर जाने पर दशांतरों के बीच की दूरी पर क्या प्रभाव पड़ता है— बीच की दूरी बढ़ती है।

● भूमध्य रेखा से ऊपर 0° से 90° क्या कहलाता है— उत्तरी गोलार्द्ध

● भूमध्य रेखा से नीचे 0° से 90° क्या कहलाता है— दक्षिणी गोलार्द्ध

By D RAM SUTHAR

अंडमान की जारवा जनजाति

जारवा जनजाति, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह की 6 आदिवासी जनजातियों में से एक है. इस जनजाति का सम्बन्ध “नेग्रिटो समुदाय” की जनजाति से है. वर्तमान में यह जनजाति मध्य अंडमान के पश्चिमी भाग और दक्षिण अंडमान के इलाके में रहती है.

यह जनजाति आज भी झुण्ड में रहकर शिकार करती और भोजन को इकठ्ठा करती है. जिस जगह पर जारवा जनजाति रहती है उसको 1979 में अधिसूचना के द्वारा ट्राइबल रिज़र्व एरिया घोषित किया गया था.

आइये इस जनजाति के बारे में कुछ रोचक तथ्य जानते हैं;

1. अंडमान की "जारवा जनजाति" हिन्द महासागर के टापुओं पर पिछले 55,000 वर्षों से निवास कर रही है.

2. जारवा जनजाति के लोगों के मूल ओरिजिन अफ्रीका महाद्वीप माना जाता है.

3. "जारवा जनजाति" को विश्व की सबसे पुरानी जनजाति माना जाता है जो अभी भी पाषाण युग में जी रही है.

3. "जारवा जनजाति" अब विलुप्त होने की कगार पर है जिनकी संख्या अब लगभग 380 तक बची है.

अंडमान में जनजातियों की संख्या (जनगणना 2011 के अनुसार) इस प्रकार है;

जनजाति का नाम और जनसंख्या
अंडमानी, चरियार, चारी, कोरा, ताबो, बो, येरे, केदे, बी, बालावा, बोजिगीयाब, जुवाई, कोल -44
जारवा (Jarwa)-380
निकोबरीज-27168
ओंगस (Onges)-101
सेंटीनिलीज (Sentinelese)-15
शोमपेंस (Shom Pens)-229

4."जारवा जनजाति" के लोग आज भी धनुष बाण से शिकार करते हैं और इसी से मछलियों और केकड़ों का शिकार करते हैं.

5. जारवा जनजाति के लोग सूअर का मांस बहुत चाव से खाते हैं. वे समूह बनाकर सूअर का शिकार करते हैं.

6. अंडमान और निकोबार प्रशासन, ने 16.10.2017 की प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से स्पष्ट किया गया है कि किसी भी सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर इस जनजाति से सम्बंधित तस्वीरों और वीडियो को पोस्ट करना कानूनन अपराध है और इसका उल्लंघन करने पर व्यक्ति को 3 वर्ष की सजा भी हो सकती है.

7. SC & ST (अत्याचार रोकथाम) अधिनियम, 2016 के सेक्शन 3(1) में यह प्रावधान है कि यदि कोई व्यक्ति इस जनजाति के लिए आरक्षित क्षेत्र में बिना अनुमति के प्रवेश करता है, उनकी तस्वीरें खींचता है, उनकी नग्न अवस्था का वीडियो बनाता है तो उसको तीन साल की सजा और 10,000 रुपये तक का जुर्माना भुगतना होगा.

9. साल 1990 में "जारवा जनजाति" को स्थानीय सरकार ने घर बनाकर रहने की सुविधा दी लेकिन कुछ ही जारवा अपने क्षेत्र से बाहर आये.

10. जारवा जनजाति इलाके से केवल एक अंडमान ट्रंक रोड गुजरती है. जारवा इलाके में जाने के लिए लगातार एक साथ गाड़ियाँ बिना रुके गुजरती है और किसी भी गाड़ी को रुकने की इजाज़त नहीं है. "जारवा जनजाति" वाले इलाकों में पर्यटकों के रुकने पर पाबंदी है.

11. जारवा इलाके में जाते वक्त सेना की गाडियां भी आगे पीछे चलती है क्योंकि जारवा लोग कभी भी पर्यटकों पर अपने भालों, धनुष आदि से आक्रमण कर सकते है.

12. जारवा जनजाति से लोग आज भी बिना कपड़ों के ही रहते है लेकिन हाल ही के सालों में पर्यटकों के संपर्क में आने के कारण बहुत से जारवा अब कुछ कपडे पहने दिख जाते हैं.

13. जारवा जनजाति के लोगों को गाना गाने और नाचने का बहुत शौक है और एक सुर और ताल में ये नाचते गाते हैं और अपने परंपरागत वाद्य यंत्र बजाते हैं.

15. जारवा जनजाति के लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत ज्यादा है इसके अलावा इनको जड़ी बूटियों का बहुत अच्छा ज्ञान है जिसके कारण ही वो बिना मेडिकल के ही इतने वर्षो से जंगलों में रह रहे है.

16. जारवा के लोगों का जब से बाहरी लोगो से सम्पर्क हुआ उनमें शराब और पान की लत पड़ गयी.

17. जारवा के जीवन में अनेकों लोगों ने डॉक्युमेंट्री बनाने की कोशिश है. कुछ साल पहले मीडिया में ऐसी ख़बरें आयीं थीं कि विदेशी पर्यटकों ने इन्हें कुछ खाना देने के बदले अपने मनोरंजन के लिए नचवाया था. हालाँकि सरकार ने इस पर कड़ा एक्शन लिए था.

18. इस समुदाय में परंपरा के अनुसार यदि बच्चे की माँ विधवा हो जाए या उसका पिता किसी दूसरे समुदाय का हो तो बच्चे को मार दिया जाता है.

19. बच्चे का रंग थोड़ा भी गोरा हो तो कोई भी उसके पिता को दूसरे समुदाय का मानकर उसकी हत्या कर देता है और समुदाय में इसके लिये कोई दंड नहीं है.

यह जनजाति अभी भी इतनी पुरानी दुनिया में रह रही है कि यदि आजकल के आधुनिक लोग इनसे मिलें तो अचंभित हुए बिना नहीं रह पाएंगे. ये लोग पूरी तरह से प्रकृति की गोद में रह रहे हैं. इन्हें नहीं पता कि टीवी, मोबाइल, हवाई जहाज क्या होता है और इसका क्या उपयोग हो सकता है.

सरकार ने इस जनजाति को बाकी दुनिया से सिर्फ इसलिए अलग कर रखा है कि इनकी संस्कृति ना बिगड़े, अर्थात ये आदिम काल में ही जियें. मेरी अपनी व्यक्तिगत राय यह है कि सरकार जारवा जनजाति को एक संग्रहालय की वस्तु ना समझे और इन्हें विकास की मुख्य धारा में लाने की कोशिश करे ताकि ये लोग भी जान सकें कि पृथ्वी पर रहने वाला आदमी अब मंगल गृह और चाँद पर बसने की योजना बना रहा है।