👉* भारत ने अपना पहला परमाणु परीक्षण 18 मई 1974 को पोखरण में किया था
👉* 1974 के परमाणु परीक्षण को स्माइलिंग बुद्धा का नाम दिया गया था
👉* पोखरण में ही भारत ने अपना दूसरा परमाणु परीक्षण 11 से 13 मई के बीच 1998 में किया था
👉* 1998 के परमाणु परीक्षण के बाद भारत दुनिया का छठवां परमाणु संपन्न देश बना
👉* भारत ने अपने परमाणु परीक्षण में अमेरिका की खुफिया एजेंसी CIA को भी चकमा दे दिया था CIA ने 4 सेटेलाइट के माध्यम से भारत पर नजर बनाए हुए था
👉* भारत के वैज्ञानिक इस परीक्षण के लिए एक दूसरे से कोड भाषा में बात करते थे और एक दूसरे को झूटे नाम से बुलाते थे
👉* इस परीक्षण के लिए वैज्ञानिक सेना की वर्दी पहने हुए थे ताकि खुफिया एजेंसी को लगे कि सेना के जवान ड्यूटी दे रहे हैं
👉* 10 मई की रात को योजना को अंतिम रूप देते हुए ऑपरेशन को 'ऑपरेशन शक्ति' नाम दिया गया
👉* तड़के करीब 3 बजे परमाणु बमों को सेना के 4 ट्रकों के जरिए ट्रांसफर किया गया। इससे पहले इसे मुंबई से भारतीय वायु सेना के प्लेन से जैसलमेर बेस लाया गया था
👉* परीक्षण के लिए पोकरण को ही चुना गया था क्योंकि यहां मानव बस्ती बहुत दूर थी। आपको बता दें कि जैसलमेर से 110 किमी दूर जैसलमेर-जोधपुर मार्ग पर पोकरण एक प्रमुख कस्बा है
👉* वैज्ञानिकों ने इस मिशन को पूरा करने के लिए रेगिस्तान में बड़े कुएं खोदे और इनमें परमाणु बम रखे गए। कुओं पर बालू के पहाड़ बनाए गए जिन पर मोटे-मोटे तार निकले हुए थे
👉* धमाके से आसमान में धुएं का गुबार उठा और विस्फोट की जगह पर एक बड़ा गड्ढा बन गया था। इससे कुछ दूरी पर खड़ा 20 वैज्ञानिकों का समूह पूरे घटनाक्रम पर नजर रखे हुए था
👉* परीक्षण के कारण हल्का भूकंप महसूस किया गया
👉* पोकरण परीक्षण रेंज पर 5 परमाणु बम के परीक्षणों से भारत पहला ऐसा परमाणु शक्ति संपन्न देश बन गया, जिसने परमाणु अप्रसार संधि पर हस्ताक्षर नहीं किए थे
👉* परीक्षण के बाद वाजपेयी ने ऐलान किया, 'आज, 15.45 बजे भारत ने पोकरण रेंज में अंडरग्राउड न्यूक्लियर टेस्ट किया'। वह खुद धमाके वाली जगह पर गए थे। कलाम ने टेस्ट के सफल होने की घोषणा की थी
👉* कलाम ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उस समय भारत पर अंतरराष्ट्रीय दबाव काफी ज्यादा था लेकिन तत्कालीन पीएम वाजपेयी ने तय किया था कि वह आगे बढ़कर परीक्षण करेंगे
👉* भारत के इन परमाणु परीक्षणों की सफलता से दुनियाभर में भारत की धाक जम गई। केंद्र में वाजपेयी की सरकार बने सिर्फ तीन महीने हुए थे और हर कोई इस बात से हैरान था कि इतनी जल्दी वाजपेयी ने इतना बड़ा कदम कैसे उठा लिया
👉* वाजपेयी ने यह भी कहा था कि हम पहले परमाणु हथियारों का इस्तेमाल नहीं करेंगे। जिन देशों के पास परमाणु हथियार नहीं हैं, भारत उनके खिलाफ इन हथियारों का इस्तेमाल कभी नहीं करेगा
👉* भारत के इस परीक्षण को सिर्फ एकमात्र देश इजराइल ने समर्थन दिया था
👉* 11 मई के परीक्षण के कारण हर वर्ष इस दिन राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस मनाया जाता है
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Friday 31 May 2019
👉👉पोखरण परमाणु परीक्षण👌👌
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