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Sunday 16 August 2015

आर्ट ऑफ लिविंग...

आर्ट ऑफ लिविंग...

जीवन में आने वाली हर चुनौती को स्वीकार करे।

अपनी पसंद की चीजों के लिये खर्चा करें।......

उस खुशी को महसूस किजिये।.....

फोटोज् के लिये पागलों वाली पोज् दिजिये।......

बिल्कुल छोटे बच्चे बन जाइये।

हर पल को खुशी से जीने को ही जिंदगी कहते है।

"जिंदगी है छोटी," हर पल में खुश हूँ,
"काम में खुश हूँ ," आराम में खुश हूँ ,

"आज पनीर नहीं," दाल में ही खुश हूँ,

"आज गाड़ी नहीं," पैदल ही खुश हूँ ,

"जिस को देख नहीं सकता," उसकी आवाज से ही खुश हूँ ,

"जिसको पा नहीं सकता," उसको सोच कर ही खुश हूँ ,

"बीता हुआ कल जा चुका है," उसकी मीठी याद में ही खुश हूँ ,

"आने वाले कल का पता नहीं," इंतजार में ही खुश हूँ,

"हंसता हुआ बीत रहा है पल," आज में ही खुश हूँ ,

"जिंदगी है छोटी," हर पल में खुश हूँ ,

अगर दिल को छुआ, तो जवाब देना,
वरना बिना जवाब के भी खुश हूँ..!!
😀😀Be Happy Always 🙏🙏

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