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Sunday 16 August 2015

बेटी

पिता बेटी के सर पर हाथ रख कर बोला-" मैं तेरे लिए ऐसा पति खोज कर लाऊंगा जो तुझे बहुत प्यार करे, तेरी भावनाओं का सम्मान करे, तेरे दुख सुख को समझ सके, तेरी आँखो में आँसू न आने दे, तेरी हर छोटी छोटी ख्वाइशों को पूरा कर सके।"

बेटी ने पूछा : क्यो पापा ??

पिता बोला : " बेटा हर बाप का सपना होता है की उसकी बेटी को राजकुमार जैसा पति मिले जो उसे बहुत प्यार दे और उसे हमेशा सुखी रखे।"

बेटी :-तो पापा नाना जी ने भी आपको मम्मी का हाथ यही सोचकर दिया होगा न कि आप भी राजकुमार हो। फिर आप मम्मी को हमेशा क्यों रुलाते हो...?, कही बाहर भी नहीँ ले जाते और प्यार भी नहीँ करते और हमेशा चिल्लाते रहते हो... तो क्या आप अच्छे वाले राजकुमार नहीँ निकले...?

ये सुन पिता को एहसास हुआ की मुझे भी किसी ने राजकुमार समझ कर अपने कलेजे का टुकड़ा दिया और मैं खुद तो राजकुमार बना रहा पर अपनी पत्नी को कभी राजकुमारी नहीँ समझा।

आज खुद बाप बनने के बाद एह्सास हुआ की अपने दिल के टुकड़े को सही हाथ में नहीँ सौपा तो उसके दिल के टुकड़े हो जायेंगे जो कोई भी बाप नहीँ सहेगा।

इसलिए जैसा आप अपनी बेटी के लिए सोचते हैं वैसा ही अपनी पत्नी के लिए सोचिये।

आखिर वो भी किसी की बेटी है, किसी का आँख का तारा है।
उसे दुख होगा तो उसके पिता को भी दुख होगा।

कृप्या कर अपनी पत्नी को भी इज़्ज़त और प्यार दिजिए,उनका सम्मान कीजिये...आखिर वो भी किसी घर की बेटी है ! किसी पिता की राजकुमारी है !🙏🙏

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