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Thursday 2 June 2016

दर्द गोडा रो.. राजस्थानी हास्य कविता

दर्द गोडा रो..
संग मोडा रो..
करणो होडा रो...
छानो कोनी रवै....
खायडो खिचड...
चिपेडो चिँचड...
आदत को लिचड...
छानो कोनी रवै...
घराँ बाजेडा सोट...
छिटकायडा होठ...
जाटणी रो रोट...
छानो कोनी रवै...
माँगेडा बूँट...
खायडी सूँठ..
.पावलो ऊँट...
छानो कोनी रवै...
फौजी की फीँत...
भोपी रो गीत...
झुठी प्रीत...
छानी कोनी रवै....
आँधी आती..
गाँव का बराती..
मतलब को साथी...
छानो कोनी रवै....
भाँग खायडो...
दारू पीयेडो..
अर माँ को बिगाडेडो...
छानो कोनी रवै....

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