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Wednesday 31 August 2016

कहते है की "दीया" जल रहा है

💔कभी कभी 'गुस्सा',,,,
मुस्कुराहट से भी ज्यादा 'स्पेशल' होता है,
,,
क्योंकि
😊'स्माइल' तो सबके लिए होती है,,,
मगर 'गुस्सा' सिर्फ उसके लिए होता है,,,,
जिसे हम कभी 'खोना' नहीं चाहते.,


*नाराज़ ना होना कभी यह सोचकर की काम मेरा और नाम किसी और का हो रहा है..*

*यहाँ सदियों से जलते तो "घी और रुई" है.,*
*पर लोग कहते है की "दीया" जल रहा है..*

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